खून में हीमोग्लोबिन या रेड ब्लड सेल्स की कमी को एनीमिया कहते हैं। इस रोग में शरीर के ब्लड सेल्स लेवल सामान्य से कम हो जाता है। महिलाओं में एनीमिया की शिकायत ज्यादा पाई जाती है। इसकी मुख्य वजह मासिक धर्म होता है। क्या आप जानते हैं कि एनीमिया क्या है, एनीमिया के लक्षण (animiya ke lakshan) क्या है, एनीमिया होने के कारण क्या-क्या होते हैं, और एनीमिया का लिए घरेलू उपचार कैसे किया जाता है।
पुरुष भी एनीमिया से पीड़ित हो जाते हैं। आमतौर पर पुरुषों में 13.5 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन और महिलाओं में 12 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन हो तो इस स्थिति को एनीमिया कहते हैं। आप एनीमिया से ग्रस्त होने पर घरेलू उपचार से अपने को स्वस्थ बना सकते हैं। आइए जानते हैं कि महिलाओं और पुरुषों को एनीमिया हो तो उसका घरेलू इलाज (anemia ka ilaj) कैसे करें।
एनीमिया क्या होता है? (What is Anemia?)
रस-रक्तादि धातुओं में पित्त प्रधान त्रिदोष के कारण धातुओं के पोषण क्रम में शिथिलता उत्पन्न हो जाती है। दोषों के कारण बल, वर्ण और ओज के गुणों का क्षय होने लगता है। परिणाम स्वरूप अल्परक्तता उत्पन्न हो जाती है। फलस्वरूप एनीमिया उत्पन्न हो जाता है।
एनीमिया होने के कारण? (Anemia Causes in Hindi)
एनीमिया पोषण के कमी के अलावा और बहुत सारे कारण होते हैं जिनमें ये प्रमुख हैं-
-एनीमिया के वंशानुगत रुप है और शिशु जन्म लेने के बाद ही स्थिति से पीड़ित हो सकते हैं।
-कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण भी एनीमिया हो सकता है जैसे पोषक तत्वों से रहित आहार भी एक प्रमुख कारक है।
-एनीमिया का सबसे मुख्य रुप लोहे की कमी एनीमिया है जिसे आसानी से आहार में बदलाव और आयरन की खुराक प्रदान करने के साथ इलाज किया जा सकता है।
-एनीमिया का सबसे बढ़ा कारण आर.ब।सी के असामान्य उत्पादन से होता है।
-लाल रक्त कोशिकाओं की कमी रक्तस्राव के कारण हो सकती है, जो अक्सर समय के साथ इस प्रकार का गंभीर रक्तस्राव निम्नलिखित कारणों की वजह से हो सकता है।
- जठरात्र से संबंधित समस्याएं जैसे- अल्सर, बवासीर, जठर-शोथ और कैंसर।
- महिलाओं में मासिक धर्म और प्रसव, खास तौर से जब मासिक धर्म में अत्यधिक खून बह रहा हो और कई बार गर्भावस्था हुई हो।
- यदि आप गर्भवती हों और फोलिक एसिड के साथ मल्टी विटामिन न लेती हो तो आपको एनीमिया होने का जोखिम हो सकता है।
- जिन लोगों की उम्र 65 वर्ष से अधिक होती है, उन्हें एनीमिया होने का जोखिम होता है।
महिलाओं में अक्सर एनीमिया की कमी होती है जिसका मूल कारण हैं-
-पुरुषों की तुलना में महिलाएं एनीमिया की अधिक शिकार बनती हैं। आजकल के युग में लड़कियों में डाइटिंग का ट्रेन्ड चला है, जिससे यह लड़कियां एनीमिया की शिकार बनती जा रही हैं।
-दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी एनीमिया हेने का खतरा बना रहता है।
-मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्त निकलने से एनीमिया हो सकता है।
-गर्भाशय का ट्यूमर होने से भी एनीमिया हो सकता है।
-दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी एनीमिया होने का खतरा बना रहता है।
-हेल्दी महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन का नार्मल लेवल 11 gm/dl होता है।
एनीमिया के लक्षण (Anemia Symptoms in Hindi)
एनीमिया होने में शरीर में रक्त की कमी होने के साथ-साथ ये लक्षण (animiya ke lakshan) मूल रूप से महसूस होते हैं-
-काम करते समय जल्दी थक जाना।
-सीढ़ियां चढ़ते समय सांस फूलना।
-दिनभर कमजोरी महसूस होना।
-अधिकतर समय सांस लेने में कमजोरी होती है।
-आंखों के सामने अंधेरा छाना।
-चक्कर आना।
-सीने और सिर में दर्द होना।
-पैरों के तलवों और हथेलियों का ठंडा होना।
-आँखों का पीलापन, एनीमिया दर्शाने का सर्वोत्तम तरीका है।
-एनीमिया की वजह से आपके बाल भी झड़ सकते हैं।
एनीमिया से कैसे बचें? (How to Prevent from Anemia?)
आम तौर पर असंतुलित भोजन के असर के कारण भी एनीमिया होता है। एनीमिया के कुछ प्रकारों से बचा नहीं जा सकता क्योंकि वह अनुवांशिक होते हैं। लेकिन मूल रूप से डायट में थोड़ा बदलाव लाने की जरूरत होती है। एनीमिया से बचाव के लिए आपको अपनी जीवन शैली में थोड़ा परिवर्तन लाना पड़ेगा। एनीमिया मुख्यत शरीर में खून की कमी से होता है। एनीमिया से बचाव के लिए ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिससे शरीर में खून की मात्रा बढ़े जैसे चुकंदर, गाजर, पालक, बथुआ और अन्य हरी सब्जियां। काले चने और गुड़ में भी आयरन भरपूर मात्रा में होता है। सब्जी बनाने के लिए लोहे की कड़ाही का इस्तेमाल करें।जैसे-
-एनीमिया के रोगी को भरपूर मात्रा में दूध का सेवन करना चाहिए।
-केला, सेब आदि ताजे फलों का सेवन करना चाहिए।
-सब्जियों में हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, शकरकंद और अनाज को खाने में शामिल करें।
-विटामिन-बी और फॉलिक एसिड को डाईट में शामिल करें।
-किशमिश और सूखे आलू बुखारे भी अपनी डायट में शामिल करें।
-विटामिन-सी आयरन को शरीर से कम नहीं होने देता। इसके लिए आंवला, संतरा, मौसमी जैसी चीजों को सेवन करना चाहिए।
-मूंगफली का मक्खन आयरन युक्त होता है। यदि आपको मूंगफली का मक्खन पसंद ना हो तो आप भुनी हुई मूंगफलियां भी खा सकते हैं।
-साबुत अनाज की रोटी आयरन से युक्त होती है। यह आयरन की कमी को पूरा करने में प्रभावशाली होती है।
-मछली आयरन युक्त होती है और अनीमिया में उपयोगी होती है।
-खजूर आयरन से युक्त होते हैं और एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभदायक होता है।
-चाय और कॉफी का सेवन कम करना चाहिए।
-विटामिन-सी का सेवन ज्यादा करना चाहिए।
-अधिक पानी पीना चाहिए।
जीवनशैली-
-प्रतिदिन योगाभ्यास करने से एनीमिया जैसी बीमारी दूर की जा सकती है। सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, श्वासन और पश्चिमोत्तासन करने से पूरे शरीर में रक्त का फ्लो बढ़ जाता है।
-दिन में दो बार ठंडे पानी से नहाएं।
-सुबह के समय सूरज की रोशनी में बैठें।
एनीमिया के इलाज के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for Anemia in Hindi)
आमतौर पर एनीमिया कम करने के लिए लोग पहले घरेलू नुस्खे आजमाते हैं। चलिये जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन-से घरेलू उपाय (khoon ki kami ke upay) हैं जो एनीमिया कम करने में सहायता करते हैं-
अंजीर का सेवन एनीमिया के उपचार में फायदेमंद (Fig: Home Remedies for Anemia in Hindi)
एनीमिया की शिकायत होने पर अंजीर का सेवन इस तरह से करें। 10 मुनक्के और 5 अंजीर को एक ग्लास दूध में उबाल लें और फिर सेवन करें।
बादाम का सेवन एनीमिया के उपचार में फायदेमंद (Almond: Home Remedies for Anemia in Hindi)
एनीमिया में बादाम का सेवन करना चाहिए, इससे खून की कमी दूर (anemia ka ilaj) होती है। यह शरीर को भी स्वस्थ बनाए रखता है।
मेथी का सेवन एनीमिया के उपचार में लाभकारी (Fenugreek: Home Remedies for Anemia in Hindi)
आप मेथी से एनीमिया का उपचार कर सकते हैं। मेथी का सेवन करने से खून बढ़ता है। कच्ची मेथी खाने से भी शरीर को आयरन मिलता है।
एनीमिया के इलाज की आयुर्वेदिक दवा पालक (Palak Treats Anemia in Hindi)
पालक आसानी से मिलने वाली शाक है। खून की कमी को दूर करने के लिए पालक बहुत जरूरी है। पालक में भरपूर मात्रा में लौह तत्व पाया जाता है।
एनीमिया के इलाज की आयुर्वेदिक दवा सोयाबीन (Soybeans is Beneficial in Anemia in Hindi)
आप भी यह जानते होंगे कि सोयाबीन शरीर के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर में खून की वृद्धि होती है। खून की कमी दूर करने के लिए सोयाबीन का महत्वपूर्ण स्थान है।
सेब के रस से एनीमिया का इलाज (Apple Juice: Home Remedy to Get Relief from Anemia in Hindi)
सेब के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर रोज पीने से खून की कमी दूर होती है।
खून की कमी होने पर करें तुसली का सेवन (Tulsi: Home Remedy to Treat Anemia in Hindi)
तुलसी के नियमित करने से खून की कमी की समस्या दूर होती है।
खून की कमी होने पर करें चुकंदर का सेवन (Beetroot: Home Remedy to Get Relief from Anemia in Hindi)
चुकंदर में आयरन बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। इसे आप सलाद के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। इसका रस दिन में दो बार पिएं।
खून की कमी होने पर करें अंगूर का सेवन (Grapes Helps to Treat Anemia in Hindi)
अंगूर में आयरन प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, इसलिए अंगूर का सेवन करना चाहिए।
आम से एनीमिया का उपचार (Mango: Home Remedies to Get Relieve from Anemia in Hindi)
पके हुए आम का सेवन करने से हीमोग्लोबिन बढ़ जाता है।
ऐलोवेरा से एनीमिया का इलाज (Aloe vera Helps to Cure Anemia in Hindi)
प्रतिदिन खाली पेट 20 मि.ली. एलोवेरा जूस लें।
डॉक्टर से कब सम्पर्क करें? (When to Contact a Doctor?)
जब व्यक्ति सुस्त और कमजोर महसूस करें तो उन लक्षणों को गम्भीरता से लेना चाहिए। आयुर्वेदिक उपाय करने के बाद भी यदि कोई लाभ या फायदा न मिले तो चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।