सामग्री
देशी घी
हींग
मुनक्के
निर्माण एवं प्रयोग विधि-
- लोहे के पात्र में देशी घी के साथ हींग को भूनकर रख लें। इसी भूनी हींग का चूर्ण 125 ग्रा. मुनक्के के अन्दर रखकर गरम पानी के साथ लें, यह योग पेट दर्द में चमत्कारी साबित है।
- अजवायन और सेंधा नमक समान मात्रा में लेकर चूर्ण कर रख लें, पाँच से दस ग्रा. की मात्रा में गर्म पानी के साथ सेवन करायें। उदरशूल तत्काल दूर होगा।
सामग्री
दो चम्मच पुदीना का रस – 10 मि.ग्रा.
दो चम्मच शहद – 10 मि.ग्रा.
कागजी नींबू का रस – 2.5 मि.ग्रा.
ताजा जल – 20 मि.ग्रा.
निर्माण एवं प्रयोग विधि-
- इन सबको मिलाकर एक मात्रा में सेवन करायें तत्काल आशातीत लाभ होगा।
सामग्री
पानी – 1/2 कप
काली मिर्च दस का चूर्ण –
अदरक का रस – 5 मि.ग्रा.
कागजी नींबू – 1/2
निर्माण एवं प्रयोग विधि-
- सबको मिश्रित कर एक मात्रा में खिलायें आशातीत लाभ होगा।
सामग्री
कागजी नींबू का रस – 5 मि.ली.
काली मिर्च – 5 का चूर्ण
सोंठ का चूर्ण – 1 ग्रा.
गर्म जल – 1/2 ग्लास
निर्माण एवं प्रयोग विधि-
- एक मात्रा में सबको मिलाकर पिलाये। पेट दर्द में लाभ होगा।
- एक ग्लास तेज गर्म जल, भुना हुआ जीरा का चूर्ण 1 ग्रा. पीसी हुई अजवायन का चूर्ण 1 ग्रा., कागजी नींबू का रस 1 चम्मच (5 मि.ली.) और चीनी 10 ग्रा. इन सब को एकत्रित गर्म जल में घुलाकर पिला दें। सब तरह के कष्ट दूर हेंगे।
- आधा कप मूली के रस में आधा कागजी नींबू का रस निचोड़ कर पिला दें। इसका कुछ दिनों तक नियमित रूप से सेवन करवाना चाहिए।
- जीरा, काली मिर्च, काला नमक, चीनी सम भाग लेकर चूर्ण कर रखें, एक कप गर्म पानी में, नित्य सुबह-शाम, आधा कागजी नींबू का रस एक चाय चम्मच (5 ग्रा.) मिश्रित चूर्ण मिलाकर सेवन करने से पेट दर्द मिट जाता है।