- छोटी हऱड़ को गाय के मूत्र में उबालकर फिर एरंड़ी के तैल में तल लें, इन हऱड़ों का पाउड़र बनाकर इसमें काला नमक, अजवायन और हींग मिलाकर 5 ग्रा. सुबह-शाम हल्के गर्म पानी के साथ लेने से आत्रवृद्धि कम हो जाती है।
- अजवायन का रस 20 बूँद और पुदीने का रस 20 बूंद पानी में मिलाकर पीने से आत्रवृद्धि में लाभ होता है।
- वचा और सरसों को पानी में पीसकर लेप करने से सभी प्रकार के अंड़वृद्धि रोग कुछ ही दिनों में दूर हो जाते हैं।